
17/9/2022.
पिछले सतक में था, एक संन्यासी,
सशक्त, तेजस्वी, ओजस्वी, राष्ट्र भक्त,
जो था पहले बालक नरेंद्र, जो बड़ा होकर बना था स्वामी विवेकानंद जी।
जिन्होंने हमें संदेश दिया था,
“वसुधैव विश्व कुटुंबकम् ”
अर्थात समग्र विश्व एक कुटुंब समान है।
इस शतक का भारत माता का सपूत,
सशक्त, तेजस्वी, ओजस्वी, राष्ट्र भक्त,
देश सेवा करने की तीव्र चाह भीतर में,
जैसे उबलती चाय, कितने सालों तक,
गर्मागर्म चाय की भॉंप जैसा देश प्रेम,
उबालते रहे मन ही मन-मस्तिष्क में, दिलमें,
त्याग दिए खुद के सांसारिक सुखों, देश भक्ति का ठान लिया मन ही मन में,
“एक दिन मेरे भारत को महान बनाउंगा ” ऐसी महान सोच रखने वालें,
संसार आप के लिए है ‘जलकमलवत्’…
आप ने चुनी देश प्रेम की
सही राह…
नरेन्द्र मोदी जी वाह,
धन्यवाद आप के सभी
देशवासियों की ओर से,
नरकेशरी, आप का सभी के दिलों में स्वागत हो! स्वागत हो!पिछले सतक में था, एक संन्यासी,
सशक्त, तेजस्वी, ओजस्वी, राष्ट्र भक्त,
जो था पहले बालक नरेंद्र, जो बड़ा होकर बना था स्वामी विवेकानंद जी।
जिन्होंने हमें संदेश दिया था,
“वसुधैव विश्व कुटुंबकम् ”
अर्थात समग्र विश्व एक कुटुंब समान है।
इस शतक का भारत माता का सपूत,
सशक्त, तेजस्वी, ओजस्वी, राष्ट्र भक्त,
देश सेवा करने की तीव्र चाह भीतर में,
जैसे उबलती चाय, कितने सालों तक,
गर्मागर्म चाय की भॉंप जैसा देश प्रेम,
उबालते रहे मन ही मन-मस्तिष्क में, दिलमें,
त्याग दिए खुद के सांसारिक सुखों, देश भक्ति का ठान लिया मन ही मन में,
“एक दिन मेरे भारत को महान बनाउंगा ” ऐसी महान सोच रखने वालें,
संसार आप के लिए है ‘जलकमलवत्’…
आप ने चुनी देश प्रेम की
सही राह…
नरेन्द्र मोदी जी वाह,
धन्यवाद आप के सभी
देशवासियों की ओर से,
नरकेशरी, आप का सभी के दिलों में स्वागत हो! स्वागत हो!
देश की बहनें, बेटियां, माताओं, लोकमाताओं,
देवों के आशीर्वाद से,
कृष्ण महादेव की भक्ति से,
हलधरों की शक्ति से चाहते हैं हरियाली,
देश के सूत्रधार,
देश को एक सूत्रता से, बांध ने वालें,
आप एक चक्री महाविश्र्वनायक हो।
आप की रग रग में है देशभक्ति।
आप भरते हैं देशवासियों में
पावक केशरी,शुभ्र, हरि
अशोक चक्र की धूरीयो जैसी नीली देश भक्ति।
लाल किले से तिरंगा फहराते, सच्चाई से भरें आप के,
चुंबकीय शब्दों से,
आप की मन की बातों से,
दौड़ने लगता है सभी के सिनों में देशभक्ति का खुन !!!
बढ़ जाती है, कार्य क्षमता
नागरिकों की,
देश की चाह में,
आप की सही राह में,
आप अग्नि पथ से चल कर
आये जनपथ
देश परदेश के आप है राहपथ।
हिराबा के अनमोल हिरे
देश के सपूत,
भारत माता कि जय हो।
भारत माता कि जय हो।
भारत माता कि जय हो ।
१७ सितंबर के आप के जन्म दिन पर आप को ढेरों शुभकामनाओं और बधाइयॉं।
भावना मयूर पुरोहित हैदराबाद
१७/९/२०२२.