आजादी की गाथा
19/9/2022.
आजादी की गाथा
सबसे बड़ी गाथा
यह है कि हम अभी
आजाद हुए है फिर भी
हमारा मानस गुलामी है,
ज्यादा तर मातृभाषाओं,
लुप्त हो रही है, कयी
बोलीयॉं गायब!!!
अपनी मातृ भाषा ,
आयेगी तभी तो
हमारी अगली पीढ़ी,
को जानकारी मिलेगी,
कि हमारा कितना
भव्य इतिहास था,
कितने लोगों ने ,
अपने खून से हमारी
आजादी की गाथा लिखी है!!!
भावना मयूर पुरोहित हैदराबाद
4/12/2022.