बिहार में शराब पर नकेल कसने के लिए स्थानीय पुलिस और मद्य निषेध विभाग एड़ी चोटी एक कर दिया है। जिसकी ताजा बानगी गुरुवार की देर रात से शुक्रवार के सुबह तक देखने को मिला। जब सारण जिला के मद्यनिषेध विभाग के कर्मचारी और पदाधिकारी सुदूर दियारा में पूरे रात सघन तलाशी लेते हुए शराब का सर्च अभियान चलाया। मद्यनिषेध विभाग के पदाधिकारी अपने लाव लश्कर के साथ सरयु नदी के दियारा में पूरे रात सर्च अभियान चलाया। जिसमें 45 हजार लीटर अर्धनिर्मित तथा एक हजार लीटर निर्मित देशी शराब को विनष्ट किया। सारण जिला में अबतक का यह सबसे बड़ा सघन तलाशी किया गया है।
गंगा और सरयु के सुदूर इलाके में देर रात से शुक्रवार के दिन तक पुलिस शराब और शराब से जुड़े ठिकाने को खंगालती रही। इस दौरान दियारा में कई जगहों पर शराब के भट्ठी को विनष्ट किया गया। मध्य निषेध विभाग द्वारा सर्च अभियान में ड्रोन, कुत्ता और डिजर्ट बाइक के सहयोग से इतने बड़े आपरेशन को अंजाम दिया गया। रात के अंधेरे में नाईट विजन ड्रोन, सुदूर दुर्गम इलाके में पहुंचने के लिए डिजर्ट बाइक और छुपाकर रखे गए शराब को ढूंढने के लिए स्पेशल ट्रेंड कुत्तों का सहयोग लिया गया।
पूरे आपरेशन के बारे में जानकारी देते हुए मद्यनिषेध विभाग के अधीक्षक रजनीश कुमार ने बताया कि बिहार में शराबबंदी के बाद अवैध रूप से किए जा रहे शराब का निर्माण और कारोबार पर सख्ती के लिए मद्यनिषेध विभाग तत्पर और सक्रिय है। इसी क्रम में विशेष सूत्रों द्वारा जानकारी मिली की सरयू नदी के तटीय दियारा क्षेत्र में शराब कारोबारियों द्वारा अवैध देसी शराब का उत्पादन और कारोबार किया जा रहा है। इस पर नकेल कसने के लिए मद्य निषेध विभाग द्वारा योजनाबद्ध तरीके से गुरुवार की देर रात छपरा के दियार क्षेत्र में छापेमारी की गई। बढ़ती गर्मी के बीच शराब कारोबारियों द्वारा अवैध देसी शराब के निर्माण का कार्य रात में होता है। जिसको लेकर विशेष योजना बना छापेमारी की गई। इस छापेमारी में शराब के धंधे से जुड़े तीन लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है। जिसे पूछताछ की जा रही है।